मोहिनी शब्द को भगवान् विष्णु के मोहिनी अवतार से लिया गया है. इस रूप को देखते ही सब उनके मोहन में बंध गए थे. तुलसी बीजों को सहदेई के रस में पीस करके उक्त मन्त्र से अभिमन्त्रित करके तिलक लगाने से समस्त लोग सम्मोहित होते हैं। ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं https://griffinamqnm.develop-blog.com/42924306/a-simple-key-for-वश-करण-म-त-र-क-स-च-ह-ए-unveiled